लेखागार
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- जिरीबाम-इम्फाल नई रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत 22 मार्च, 2012 को 12 कि.मी. लम्बी जिरीबाम-धोलाखाल सेक्शन में इंजन चलाया गया।
- पूर्वोत्तर सीमा रेल (निर्माण) मुख्यालय परिसर में 65वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया।
श्रीमती विजया कांत, महाप्रबंधक/निर्माण द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। तत्पश्चात् राष्ट्रीय गान एवं राष्ट्रीय सलामी दी गयी। महाप्रबंधक/निर्माण महोदया ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में निर्माण संगठन के प्रारंभ से हासिल की गयी उपलब्धियों को उजागर किया। साथ ही, पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी राज्यों की राजधानियों के बीच रेल कनेक्टिविटी प्रदान करने में आ रही चुनौतियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया।
- समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके तहत रेल कर्मचारियों के बच्चों द्वारा देशभक्ति गीत गाए गए और नृत्य प्रस्तुत किया गया। पहली बार, शौर्ययुक्त असाधारण कार्य के लिए बहादुरी पुरस्कार प्रदान करने का शुभारंभ किया गया। महाप्रबंधक/निर्माण ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी। पुरस्कार विजेताओं के नाम इस प्रकार है- श्री सतीश कुमार, जूनि. इंजी./नि./इंफाल, श्री पी.के.सिंह, से.इंजी./नि./रेलपथ/मालीगाँव एवं श्री सुमन मालाकार, उप मु.इंजी./नि./इंफाल का निजी ड्राइवर। उक्त पुरस्कार के अंतर्गत उत्कृष्ट सेवा के लिए नकद एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
- महाप्रबंधक/निर्माण ने दिनांक: 14.08.2011 को आयोजित “ऑन द स्पॉट ड्राइंग एवं पेंटिंग प्रतियोगिता” के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया। निर्माण संगठन का नया वेब पेज तथा महाप्रबंधक/निर्माण के कार्यालय परिसर में वाई-फाई कनेक्शन का उद्घाटन भी किया गया। तत्पश्चात्, मालीगाँव स्थित पुनरूद्धार किए गए नीलाचल अधिकारी विश्रामालय (निर्माण) का उद्घाटन किया गया।
- महाप्रबंधक (निर्माण)/ पू.सी.रेल और मिजोरम राज्य के सरकारी अधिकारियों के बीच बैठक:-
- आइजल में दिनांक: 04.08.2011 को मिजोरम के महामहिम राज्यपाल ले.जेनरल (सेवानिवृत्त) श्री एम.एम.लखेटा और मिजोरम के मुख्य सचिव श्री वी.पछुआऊ के साथ पू.सी.रेल के महाप्रबंधक (निर्माण) श्रीमती विजया कांत एवं पू.सी.रेल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई थी।
- महाप्रबंधक (निर्माण)/ पू.सी.रेल ने 3 अगस्त, 2011 को भैरवी-सायरंग नई बड़ी लाइन परियोजना के बीच पड़ने वाली सेक्शन का निरीक्षण किया और आइजल में मिजोरम सरकार के मुख्य सचिव एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की।
- मिजोरम के महामहिम राज्यपाल ले.जेनरल (सेवानिवृत्त) श्री एम.एम.लखेरा के साथ 4 अगस्त, 2011 को भी एक बैठक हुई।
- चर्चा के दौरान, परियोजना को वर्ष 2015 तक की लक्ष्य निर्धारित अवधि के अंतर्गत पूरा करने के लिए भूमि अधिग्रहण से संबंधित मामले को राज्य सरकार के समक्ष उठाया गया।
- आमान परिवर्तन एवं मीटर गेज रेल बस सेवा एवं डीएमयू कार शेड के उद्घाटन के पश्चात् सिलीगुड़ी जं.-अलुआबाड़ी रोड सेक्शन में रेल सेवा प्रारंभ।
- श्री केशव चंद्रा, महाप्रबंधक/ पू.सी.रेल एवं श्रीमती विजया कांत, महाप्रबंधक (निर्माण)/ पू.सी.रेल की गरीमायी उपस्थिति में पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्य मंत्री ममता बनर्जी, माननीय रेलमंत्री श्री दिनेश त्रिवेदी एवं अन्य गणमान्य व्यक्तित्व के कर-कमलों द्वारा दिनांक: 19.07.2011 को सिलीगुड़ी-अलुआबाड़ी सेक्शन में प्रथम बड़ी लाइन की रेलगाड़ी तथा अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।
- माननीय रेलमंत्री श्री दिनेश त्रिवेदी एव अन्य गणमान्य अतिथिगण की गरीमामयी उपस्थिति में पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्य मंत्री ममता बनर्जी के कर-कमलों द्वारा 76 कि.मी. लम्बी सिलीगुड़ी जं.-अलुआबाड़ी रोड सेक्शन एवं 6(छ:) रेलवे स्टेशनों को यात्री यातायात के लिए हरी झंड़ी दिखाकर खोला गया।
- इसके अलावा, सिलीगुड़ी जं.-बागडोगरा मीटर गेज “विरासत” सेक्शन में पूर्वोत्तर सीमा रेल में अपने तरह का पहली बार मीटर गेज रेल बस सेवा का शुभारंभ झंडी दिखाकर किया गया एवं इसे राष्ट्र को समर्पित किया गया। पश्चिम बंगाल के माननीय मुख्य मंत्री एवं माननीय रेल मंत्री द्वारा सिलीगुड़ी में डीएमयू कार शेड का भी उद्घाटन किया गया।
- उपर्युक्त सभी सेवाएँ जिनका उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया गया क्षेत्र में बेहतर रेल यातायात सुविधा एवं सेवाएँ प्रदान करेगा।
- पूर्वोत्तर सीमा क्षेत्र, कोलकाता के रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा लामडिंग-सिलचर आमान परिवर्तन परियोजना की बड़ी लाइन संरेक्षण (एलाइन्मेंट) के तहत पुल संख्या- 24 एवं 26 का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान श्री बलवीर सिंह, रेल संरक्षा आयुक्त, कोलकाता एवं साथ में श्री राधेश्याम, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण-1, श्री ए.के.दे, उप रेल संरक्षा आयुक्त, कोलकाता, श्री सतीश कोठारी, अपर मंडल रेल प्रबंधक, लामडिंग, श्री वी.पी. श्रीवास्तव, मुख्य इंजीनियर/ निर्माण-4 एवं मुख्यालय तथा लामडिंग मंडल के अन्य वरिष्ठ रेल अधिकारीगण (दाहिनी ओर) पुल संख्या- 26 का स्थायी विपथन (डाइवर्जन) का द्श्य।
- श्री बलवीर सिंह, रेल संरक्षा आयुक्त, कोलकाता ने रेल अधिकारीगण सहित दिनांक: 21.05.2011 को पुल संख्या 24 एवं 26 के नव स्थायी विपथन (डाइवर्जन) का निरीक्षण किया। सालचापारा-अरूणाचल स्टेशनों के बीच स्थायी विपथन (डाइवर्जन) पर बड़ी लाइन रेलपथ मानक के महत्वपूर्ण पुल संख्या- 24 एवं 26 का निर्माण करवाया गया। अब मीटर गेज की ट्रेने इन नव निर्मित स्थायी बड़ी लाइन विपथन (डाइवर्जन) पर चलेंगी। यह लामडिंग-सिलचर आमान परिवर्तन परियोजना के लिए मील का पत्थर साबित होगा। आमान परिवर्तन परियोजना के तहत रेल संरक्षा आयुक्त ने अरूणाचल-जिरीबाम एवं लामडिंग-बदरपुर खण्ड का भी निरीक्षण किया। बदरपुर – सिलचर खण्ड में तो 2 (दो) स्थायी विपथन (डाइवर्जन) पहले ही चालू किया जा चुका है।
- नवनिर्मित नारंगी-ठाकुरकुची दोहरी लाइन का रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण:-
- श्री बलवीर सिंह, रेल संरक्षा आयुक्त, पू.सी.क्षेत्र, कोलकाता ने दिनांक: 19.05.2011 को लामडिंग मंडल के अंतर्गत गुवाहाटी –डिगारू पैच दोहरीकरण परियोजना के 9.76 कि.मी. लम्बी नारंगी से ठाकुरकुची नवनिर्मित दोहरी बड़ी लाइन का निरीक्षण किया। ठाकुरकुची से नारंगी तक मोटर ट्रॉली निरीक्षण करने के बाद यात्री यातायात बहाल करने के लिए नए सेक्शन को खोलने के उद्येश्य से नारंगी से ठाकुरकुची तक गाड़ी का गति परीक्षण भी किया।
- पहले उसी परियोजना के तहत दिनांक: 30.01.2011 को 15.30 कि.मी. लम्बी ठाकुरकुची से डिगारू तक तथा दिनांक: 19.12.2011 को 5 कि.मी. लम्बी न्यू गुवाहाटी से नारंगी तक का सेक्शन पूरा कर यात्री यातायात के लिए चालू कर दिया गया। 29.81 कि.मी. लम्बी न्यू गुवाहाटी – डिगारू पैच दोहरीकरण परियोजना को 150 करोड़ रूपए के प्राक्कलन लागत पर वर्ष 2007-08 में स्वीकृत किया गया। इस कार्य के अंतर्गत 3.39 एलएसी सह अर्थ-वर्क, 29 छोटे पुलों का विस्तार, 2 नए स्टेशन भवन एवं 6 यार्डों का री-मॉडल करना शामिल है।
- मौजूदा रेलपथ के निकट कड़ी देखरेख के अंतर्गत नियंत्रित रूप से बिना किसी प्रतिकूल घटना के रॉक ब्लास्टिंग का काम किया जाना आवश्यक था।
- रेल संरक्षा आयुक्त के साथ मुख्यालय एवं लामडिंग मंडल के वरिष्ठ रेल अधिकारीगण भी मौजूद थे।
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